Dulhan Lene Chale Abbas Haadi

दुल्हन लेने चले अब्बास हादी
सजे दूल्हा बने अब्बास हादी

कहा याज़्दान ने सेहरा ये सुन लो
हमारे आज मामू की है शादी
सजे दूल्हा बने अब्बास हादी

बरीनो बीनिशों सकीना और सुकैना
गली इन सब ने फूलों से सजा दी
सजे दूल्हा बने अब्बास हादी

बनी मासूमा और खुशबू जो समधन
चली बारात तो वो मुस्कुरा दी
दुल्हन लेने चले अब्बास हादी

बालाएं ले के नानी ने कहा ये
सदा फूलो फलो अब्बास हादी
दुल्हन लेने चले अब्बास हादी

सुना सेहरा तो फिर सब मुस्कुराए
लो फिर दानिश ने ढोलक भी बजा दी
सजे दूल्हा बने अब्बास हादी

मेरी खलाओं ने अम्मा ने मिलकर
सभी ने आज रौनक सी लगा दी
दुल्हन लेने चले अब्बास हादी

हमारे नाना नानी जच रहे है
सजे हैं ऐसे के उनकी है शादी
दुल्हन लेने चले अब्बास हादी