Saji Dulhan Bani Rabiya Hamari

सजी दुल्हन बानी राबिया हमारी
दुल्हन के रूप में लगती है प्यारी

कहा फरमान ने ये सलेहा से
बड़ी कब हो गयी बेटी हमारी

ये रख कर हाथ सर पे बोली बानो
खुदा आबाद रख्खे तुमको प्यारी

यही इक़बाल नजमी की दुआ है
जहाँ मैं सारी खुशियां हों तुम्हारी

अरीब आबान गुफरान और लारैब
सभी डोली उठाएंगे तुम्हारी

क़ुरआन के साये में अफ्ज़लो जेबी
करेंगे डोली को रुखसत तुम्हारी

तेरे मामू मुमानी और नानी
दुआएं दे रहे हैं तुमको प्यारी

शमीमा और नकहत कह रहीं हैं
नज़र लग जाये ना तुमको हमारी

जियो फूलो फलो बोली हसीना
नज़र फूलों से बबली ने उतारी

मुदस्सिर और अतिया ने कहा ये
कमी खुशियों में ना आये तुम्हारी

बनीन अरमान हमजा और क़म्बर
सभी को याद आएगी तुम्हारी

वफादार और सलाम की दुआएं
जिए फूले फले राबिया हमारी

तेरी खाला जो पूना से है आई
दुआएं साथ लायी ढेर सारी

हुसैन अबीहा हो ज़ैनब या के फ़िज़्ज़ा
किसी को भूल ना पाओगी प्यारी

अनम उबूर असमा सारी बहने
करेंगी याद सब बातें तुम्हारी

Dulhan Lene Chale Abbas Haadi

दुल्हन लेने चले अब्बास हादी
सजे दूल्हा बने अब्बास हादी

कहा याज़्दान ने सेहरा ये सुन लो
हमारे आज मामू की है शादी
सजे दूल्हा बने अब्बास हादी

बरीनो बीनिशों सकीना और सुकैना
गली इन सब ने फूलों से सजा दी
सजे दूल्हा बने अब्बास हादी

बनी मासूमा और खुशबू जो समधन
चली बारात तो वो मुस्कुरा दी
दुल्हन लेने चले अब्बास हादी

बालाएं ले के नानी ने कहा ये
सदा फूलो फलो अब्बास हादी
दुल्हन लेने चले अब्बास हादी

सुना सेहरा तो फिर सब मुस्कुराए
लो फिर दानिश ने ढोलक भी बजा दी
सजे दूल्हा बने अब्बास हादी

मेरी खलाओं ने अम्मा ने मिलकर
सभी ने आज रौनक सी लगा दी
दुल्हन लेने चले अब्बास हादी

हमारे नाना नानी जच रहे है
सजे हैं ऐसे के उनकी है शादी
दुल्हन लेने चले अब्बास हादी