Ali Maula Ali Maula Ali Maula Ali Maula

अली मौला अली मौला अली मौला अली मौला
ग़दीरे खुम का सरमाया अली मौला अली मौला

पलट आएं जो आगे हैं जो पीछे हैं वो आ जाएँ
सवारी पर जो बैठे हैं ज़रा नीचे उतर आएँ
बने मिम्बर कजावो का अली मौला अली मौला
अली मौला अली मौला अली मौला अली मौला

करो तो याद वो प्यारे नबी का आखरी हज था
सुलगती रेत नीचे थी सवा नेज़े पे सूरज था
बताया फिर नबी ने था अली मौला अली मौला
अली मौला अली मौला अली मौला अली मौला

कहा जिब्रील ने आकर खुदा का हुक्म है इस दम
नबी सब से वो ही कह दें के जो पहुँचा चुके हैं हम
नबी ने कह दिया सबका अली मौला अली मौला
अली मौला अली मौला अली मौला अली मौला

रुकाया हाजियों को जब नबी ने खुम के मैदां में
सुना फिर आखरी खुत्बा सभी ने खुम के मैदां में
सरे मिम्बर था ये नारा अली मौला अली मौला
अली मौला अली मौला अली मौला अली मौला

ख़ुशी से बुज़ारो सलमान और क़म्बर जो झूमे थे
कहा था शेख ने बख्खिन अली के हाथ चूमे थे
मगर चेहरा था मुरझाया अली मौला अली मौला
अली मौला अली मौला अली मौला अली मौला

खुदा का क़हर भी आया किसी के वास्ते खुम में
था मुनकिर जो विलायत का उसी के वास्ते खुम में
गिरा पत्थर तो ये बोला अली मौला अली मौला
अली मौला अली मौला अली मौला अली मौला