Besheer Kahan Hai Mera Besheer Kahan Hai

बेशीर कहाँ है मेरा बेशीर कहाँ है
किस जा तुझे ढूंढेगी परेशान ये माँ है
बेशीर कहाँ है मेरा बेशीर कहाँ है

सेहरा है बियाबान है दिल रोता है असगर
सब जंग के सामान हैं पुर हौल समाँ है
बेशीर कहाँ है मेरा बेशीर कहाँ है

सुनती हूं के मैदान में तीरों से लड़ा है
छः माह का बच्चा वो मेरा तश्ना दहाँ है
बेशीर कहाँ है मेरा बेशीर कहाँ है

क्या लाल मेरे भाई से मिलने को गए हो
हमशक्ल ए पयंबर के भी सीने में सिना है
बेशीर कहाँ है मेरा बेशीर कहाँ है

खेमों को जलाया तेरा झूला भी जलाया
दिखता नहीं कुछ भी मेरी आँखों में धुआँ है
बेशीर कहाँ है मेरा बेशीर कहाँ है

ता हश्र सदा साथ रहेगी ये आलम के
इस मश्क ए सकीना में अलमदार की जाँ है
बेशीर कहाँ है मेरा बेशीर कहाँ है

पानी लिए कूज़े में बहन ढूंढ रही है
खुद प्यासी है कहती है मेरा भाई कहाँ है
बेशीर कहाँ है मेरा बेशीर कहाँ है

रोते हैं शब्बो रोज़ परिंदे तुम्हें असग़र
ये गिरया कुनाँ ग़म में तेरे इनकी ज़बाँ है
बेशीर कहाँ है मेरा बेशीर कहाँ है

एक माँ की मुसीबत को बयान कैसे करे हम
सैलाब सा हर फ़र्द की आँखों से रवाँ है
बेशीर कहाँ है मेरा बेशीर कहाँ है

कुछ डर नहीं मरक़द के अँधेरों का ज़ुहैर अब
रौशन मेरे सीने पे जो मातम का निशाँ है
बेशीर कहाँ है मेरा बेशीर कहाँ है