ग़दीरे खुम सजाया है नबी ने
नया मिम्बर मंगाया है नबी ने
जो आगे थे उन्हें पीछे बुलाकर
हर एक हाजी रुकाया है नबी ने
बना मिम्बर कजावो का तो उसपर
वसी अपना बुलाया है नबी ने
है मिम्बर पर नबी हाथों पा हैदर
बहुत ऊँचा उठाया है नबी ने
अली मौला हैं सबके ये बता कर
बुलंदी से दिखाया है नबी ने
जो मुनकिर थे विलायत के वो बोले
हमारा दिल दुखाया है नबी ने
गिरा पत्थर जो हारिस पर ये कहकर
पयामे हक़ सुनाया है नबी ने
अली को हम वली कैसे ना माने
हमे कलमा सिखाया है नबी ने
कहाँ रोना है हसना है कहाँ पर
हर एक लम्हा बताया है नबी ने
ग़दीरे खुम ज़ुहैर अपनी ज़बां में
सुनाने को बुलाया है नबी ने