Badi Bekali Hai Musibat Ke Din Hain

बड़ी बे कली है मुसीबत के दिन हैं
ए लोगों ये ज़ेहरा की रुखसत के दिन हैं

ज़माने ने ज़ेहरा को क्या दे के भेजा
हर एक कलमा गो पे ये इबरत के दिन हैं

जला दर गिराया क्या ये बात कम है
क्या इकलौती बेटी पे राहत के दिन हैं

खदीजा की लख्ते जिगर जा रही है
अली से ये ज़ेहरा की रुखसत के दिन हैं

जो खूं रोती आखों का कर ले तसव्वुर
तो हर दिल कहेगा क़यामत के दिन है

ज़ुहैर अपने आंसू ये रुकने ना देना
ये आले पयम्बर पे आफत के दिन हैं

Salwat-o-Salam Aap Pe Ya Fatima Zehra s.a.

सलवातो सलाम आप पे या फातिमा ज़ेहरा
कोहराम है मजलिस में बपा फातिमा ज़ेहरा
हम आये हैं रोने के लियें फातिमा ज़ेहरा

आते थे फ़रिश्ते जहाँ क़ुरआन को लेकर
उस घर को जलाया गया या फातिमा ज़ेहरा
कोहराम है मजलिस में बपा फातिमा ज़ेहरा
हम आये हैं रोने के लियें फातिमा ज़ेहरा

कलमा भी पढ़ा बुग़ज़ों हसद पाल के सब ने
क्या अज्रे रिसालत में दिया फातिमा ज़ेहरा
कोहराम है मजलिस में बपा फातिमा ज़ेहरा
हम आये हैं रोने के लियें फातिमा ज़ेहरा

रोने ना दिया आपको बाबा की लहद पर
उम्मत ने हर एक ज़ुल्म किया फातिमा ज़ेहरा
कोहराम है मजलिस में बपा फातिमा ज़ेहरा
हम आये हैं रोने के लियें फातिमा ज़ेहरा

दरवाज़ा जला क़त्ल हुए बे खता मोहसिन
पहलू भी शकिस्ता हुआ या फातिमा ज़ेहरा
कोहराम है मजलिस में बपा फातिमा ज़ेहरा
हम आये हैं रोने के लियें फातिमा ज़ेहरा

जब मौला को लोगों से छुड़ाने लगी बीबी
बाज़ू पा तेरे वार हुआ फातिमा ज़ेहरा
कोहराम है मजलिस में बपा फातिमा ज़ेहरा
हम आये हैं रोने के लियें फातिमा ज़ेहरा

ए काश मुसीबत को ज़ुहैर आपकी बीबी
नौहा लिखे कर पाए अदा फातिमा ज़ेहरा
कोहराम है मजलिस में बपा फातिमा ज़ेहरा
हम आये हैं रोने के लियें फातिमा ज़ेहरा